असम में बड़ा फेर बदल करते हुए भाजपा ने चुनाव जीतने के बाद सर्बानंद सोनोवाल को हटा कर, फायर ब्रांड नेता हिमंता बिस्वा सरमा को मुख्यमंत्री बनाया था। भाजपा का यह फैसला मास्टरस्ट्रोक साबित होता दिखाई दे रहा है। मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद से ही सरमा लगातार सुर्खियों में है। उनके काम करने के तरीके को जनता काफी पसंद कर रही है।
हाल ही में उन्होंने असम में धर्म परिवर्तन कानून लाने की बात कही है। मीडिया से बात करते हुए हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा है कि असम सरकार पहले गो रक्षा कानून लाएगी, उसके बाद दो बच्चों का कानून और फिर धर्म परिवर्तन कानून। हालांकि मुख्यमंत्री सरमा ने ये भी कहा कि इस कानून का नाम वो लव जिहाद नहीं रखेंगे, यह कानून हर व्यक्ति के ऊपर लागू होगा।
मीडिया से वार्ता के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि, “जब मुस्लिम धोखे से हिंदू महिला से शादी करता है, तो सिर्फ वही लव जिहाद नहीं है। मेरे लिए तो वह भी जिहाद है, जब कोई हिंदू ऐसा करता है। ये कानून धोखा करके शादी करने वालों को रोकेगा।”
उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के अलावा 10 और राज्यों में जबरन धर्म परिवर्तन रोकने का कानून है। इन कानूनों में 5 से लेकर 10 साल तक की सज़ा का प्रावधान भी है। आपको बताते चले कि असम सरकार स्वदेशी आस्था और संस्कृति विभाग भी बनाने वाली है। इस विभाग का काम असम की संस्कृति को बचाने का होगा और ये उन जगहों पर ज्यादा ध्यान देगी जहां पर बांग्लादेश से आये हुए मुस्लिम अप्रवासी बस गए है। मुख्यमंत्री सरमा ने बताया कि उनकी सरकार ने असम के आदिवासी समुदायों की पहचान कर ली है और उनकी संस्कृति को बचाने के लिए वह उन्हें आर्थिक मदद भी देंगे। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर भी हमला बोला, सरमा ने कहा कि पिछली सरकारों ने कभी भी आदिवासियों समुदायों की संस्कृति बचाने के लिए उनकी आर्थिक सहायता नहीं की।