सिंघु सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन में धार्मिक ग्रंथ की तथाकथित बेअदबी करने वाले लखबीर सिंह के शव को रात के अंधेरे में पंजाब पुलिस ने ड़ीजल डालकर जल्दी से जला दिया। परिवार का आरोप है कि उन्हें आखरी बार लखबीर का चेहरा तक नहीं देखने दिया गया। पुलिस लखबीर के शव को सीधा श्मशान घाट ले गयी जहां उनका परिवार पहले से ही मौजूद था। पंजाब पुलिस ने बिना किसी देरी के शव का अंतिम संस्कार करवा दिया। आपको बता दे कि लखबीर सिंह तरन तारन के एक छोटे से गांव, चीमा खुर्द के दलित समाज से ताल्लुक रखते थे और वह पेशे से मजदूर थे। लखबीर सिंह की 3 बेटियां भी थी।
अंतिम संस्कार की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी थी जिसमे यह दिख रहा है कि शव को जल्दी जलाने के लिए तेल का प्रयोग किया जा रहा है। अंतिम संस्कार के दौरान किसी प्रकार की अनहोनी से बचने के लिए पुलिस बल शमशान घात पर तैनात रहा। कड़ी सुरक्षा में हुए इस अंतिम संस्कार में सिर्फ परिवार के लोग ही मौजूद रहे। चीमा खुर्द के कुछ स्थानीय लोगों और सिख संगठनों ने लखबीर सिंह के पार्थिव शरीर को शमशान में जलाये जाने का विरोध किया था, लेकिन पुलिस प्रशासन और गांव के प्रधान के समझाने पर मामला थोड़ा ठंडा हो गया। हालांकि गांव वालों के विरोध के कारण परिवार को सिख पंथ के अनुसार होने वाली अंतिम प्रार्थना नहीं करने दिया गया।
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला ने इस मामले का संज्ञान लिया और पंजाब के DGP से Scheduled Caste and Scheduled Tribe (Prevention of Atrocities) Act, 1989 के तहत गांव वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। सांपला ने कहा कि आंदोलनकारी किसान भी इस मामले के उतने ही दोषी है, जितने लखबीर सिंह को मारने वाले निहंग सिख।
मुझे 2 मिनट के लिए निचे उतार दो: लखबीर सिंह की आखरी इच्छा
धार्मिक ग्रंथ की तथाकथित बेअदबी के कारण लखबीर सिंह का हाथ-पाँव काटकर कुछ निहंग सिखों ने उन्हें उल्टा लटका दिया था। उलटा लटके रहने के कारण लखबीर के शरीर से काफी खून निकल गया था और वह दर्द से कराह रहा था। घटना की वायरल वीडियो में एक इंसान को यह कहते सुना जा सकता है कि ‘बता क्या है तेरी इच्छा?’ जिसपर लखबीर ने बोला कि ‘मुझे दो मिनट के लिए निचे उतार दो।’
हालांकि लखबीर सिंह की आखरी इच्छा किसी ने नहीं पूरी की, उन्हें आखरी सांस तक उल्टा लटका कर रखा गया। वीडियो में एक इंसान यह भी कहते सुनाई दिया कि ‘गंदे इंसानों के साथ घूमता है तू, जूते पड़ेंगे तब तुझे अकल आएगी। सही बता कौन आदमी थे? इसपर लखबीर ने जवाब दिया कि ‘बताता हूँ , मझे निचे उतार दो, मैं आपकी बात करा देता हूँ।