प्रवासी बिहारियों की मौत पर भड़के बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह से एक अलग सी मांग कर दी है। मांझी ने ट्विटर पर अमित शाह और मोदी को टैग करते हुए लिखा कि, ‘कश्मीर में लगातार हमारे निहत्थे बिहारी भाईयों की हत्या की जा रहीं है जिससे मन व्यथित है। अगर हालात में बदलाव नहीं हो पा रहें तो प्रधानमंत्री @narendramodi जी, @AmitShah जी से आग्रह है, कश्मीर को सुधारने की जिम्मेवारी हम बिहारियों पर छोड दिजिए 15 दिन में सुधार नहीं दिया तो कहिएगा।’
जीतन राम मांझी के इस बयान पर पूरे दिन राजनैतिक घमासान मचा रहा। हालांकि मांझी ने बाद में अपने किये गए ट्वीट का स्पष्टीकरण किया। ANI से बात करते हुए मांझी ने कहा कि जब-जब भारत सरकार वहा(कश्मीर में) कुछ करने का प्रयास करती है, तब-तब आतंकवादी संगठनो का उपद्रव बढ़ जाता है।
मांझी ने स्पष्ट रूप से कहा कि उन्हें भारत सरकार की निष्ठा और कर्तव्य पर किसी प्रकार का कोई सवाल नहीं है। भारत सरकार के पास जितनी भी शक्ति है, वह लगा रहे है, लेकिन फिर भी घटनाए घट रही है।
इसके बाद मांझी ने बिहार की एक पुरानी और सबसे प्रख्यात कहावत ‘एक बिहारी सब पर भारी’ का प्रयोग करते हुए कहा कि बिहार के लोगों ने स्वतंत्रता की लड़ाई के लिए भी काफी कार्य किया है। यदि हालात काबू से बहार जा रहे है तो हम बिहारियों पर कश्मीर का मुद्दा(issue) छोड़ दे, हम लोग उसे सुलझा देंगे।