राजस्थान में बेरोज़गारी के मुद्दे पर 45 दिनों तक धरना देने के बाद, राजस्थान बेरोज़गार एकीकृत महासंघ का एक समूह अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ आ पंहुचा है।
राजस्थान बेरोज़गार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में 100 से ज्यादा बेरोजगार युवा कल कांग्रेस के लखनऊ दफ्तर के बाहर अनशन पर बैठ गए थे। शुरुवात में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बेरोज़गार युवाओं के साथ धक्का-मुक्की की लेकिन बाद में फिर उन्हें समझा बुझा के वापस भेज दिया गया।
प्रियंका गांधी व राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत से मिलने के आश्वासन के बाद उपेन व राजस्थान में बढ़ती बेरोज़गारी का विरोध प्रदर्शन कर रहे अन्य लोग कांग्रेस के लखनऊ कार्यालय से जाने को राज़ी हुए। विरोध करने वालों की तादाद 100 से ज्यादा थी व उसमे कुछ लड़कियां भी शामिल थी।
हालांकि कांग्रेस के दफ्तर से जाने के बाद बेरोजगार युवा प्रदर्शनकारियों ने लखनऊ के इको गार्डेन (Ico Garden) में अनशन शुरू कर दिया। उन लोगों ने पूरी रात खुले आसमान के नीचे ठण्ड में ही बिता दी। राजस्थान बेरोज़गार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव का कहना है कि वो सिर्फ एक दिन के लिए ही कांग्रेस के कार्यालय से हटे हैं, अगर कल तक उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो वो फिर से कांग्रेस के लखनऊ कार्यालय के बाहर अनशन शुरू कर देंगे।
अनशन पर बैठे बेरोज़गारों की कुछ प्रमुख मांगें:
- 2012 के 40 हजार अध्यापकों का स्थाईकरण किया जाए व राज्य सरकार उनका बकाया अरियर जल्द-से-जल्द दे।
- 2013 नर्सिंग भर्ती के अभ्यार्थियों की जल्द-से-जल्द नियुक्ति हो।
- रीट 2016 व 2018 के चयनित बेरोज़गारों को जल्द से जल्द नियुक्ती दी जाएं।
- रीट 2021 के पद बढ़ाकर 50000 करने की मांग।
- राज्य सरकार चिकित्सा विभाग में नई भर्तियां लाए।
- बाहरी राज्यों का कोटा कम करके प्रदेश के बेरोजगारों को प्राथमिकता दे राज्य सरकार।
- प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए गैर जमानती कानून लाए राज्य सरकार।