आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का एक भड़काऊ भाषण सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। 12 दिसंबर को कानपुर में दिये गए इस भाषण में ओवैसी उत्तर प्रदेश पुलिस को खुलेआम धमकी देते हुए दिखे।
ओवैसी ने क्या कहा था?
12 दिसंबर को ओवैसी अपने चुनावी दौरे के लिए कानपुर आए थे। इस दौरान उन्होंने 45 min का एक भाषण दिया, इस भाषण में ओवैसी ने उत्तर प्रदेश पुलिस को भी लपेटे में ले लिया।
मंच पर खड़े होकर, उत्तर प्रदेश पुलिस को धमकाते हुए ओवैसी ने कहा कि, ‘हमारी दाढ़ी तुम्हें इतनी नफ़रत क्यों है? 80 साल के बूढ़े से तुम ये हरकत (दाढ़ी नोचना) क्यों करते हो? मैं पुलिस के उन लोगों से यह कहना चाहता हूं, याद रखो इस बात को कि हमेसा योगी मुख्यमंत्री और मोदी प्रधानमंत्री नहीं रहेगा।
इसके बाद AIMIM प्रमुख ने कहा कि, ‘याद रखो हम तुम्हारे (पुलिस के) जुल्म को भूलने वाले नहीं है। हम तुम्हारे जुल्म को याद रखेंगे। हम याद रखेंगे, हालात बदलेंगे, तब कौन बचाने आएगा तुमको, जब योगी अपने मठ में चला जाएगा और मोदी पहाड़ों में चला जाएगा, तब कौन आएगा? हम नहीं भूलेंगे, हम याद रखेंगे।’
भाजपा का पलटवार।
असदुद्दीन ओवैसी के इस भड़काऊ भाषण पर भाजपा के नेताओं ने सख्त रुख अपनाया है। भाजपा के वरिष्ठ प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने ओवैसी की तुलना पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना से की। सुधांशु जी ने कहा कि ओवैसी के शरीर में जिन्ना की आत्मा है। उन्होंने यह भी कहा कि ओवैसी का बयान मोहम्मद अली जिन्ना के उस बयान से काफी मिलता-जुलता है जो उसने देश के विभाजन से एक साल पहले दिया था।
जमकर बरसें कपिल मिश्रा।
अपने भाषण के दौरान भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने ओवैसी की स्पीच पर तालियां बजाने वालों को एक संदेश दिया है। कपिल मिश्रा ने कहा कि जो ओवैसी के भाषण पर तालियां बजा रहे थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि ओवैसी तो हैदराबाद चला जाएगा फिर तुमको कौन बचाएगा?
इसके बाद कपिल मिश्रा ने कहा कि इस ओवैसी के चक्कर में गुंडागर्दी करने की कोशिश की तो तुमको योगी जी के लट्ठ से कौन बचाएगा? इस ओवैसी के चक्कर में सड़के जाम करने की कोशिश की तो योगी बाबा के बुलडोजर से तुमको कौन बचाएगा?
हालांकि ओवैसी ने ट्वीटर के माध्यम से अपने भड़काऊ भाषण का स्पष्टीकरण जारी किया है। ओवैसी ने वायरल वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा कि उनके वीडियो को काट कर दिखाया गया है व उन्होंने अपने भाषण के दौरान न किसी को हिंसा के लिए उकसाया है और ना ही धमकी दी है।