चीन ने गलवान घाटी (Galwan Valley) पर अपना झंडा (flag) फहराते हुए एक भ्रामक वीडियो (propaganda video) सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। इस वीडियो को लेकर राजनैतिक गहमा-गहमी काफी बढ़ गई थी व विपक्ष भी लगातार हमलावर हो रहा था। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व केरल के वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इस मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री घेरना शुरू कर दिया था।
राहुल गांधी ने ट्विटर के माध्यम से कहा था कि ‘हमारा तिरंगा गलवान में अच्छा दिखता है। चीन को जवाब दिया जाना चाहिए। मोदी जी, चुप्पी तोड़िये।’
अब भारतीय सेना के जवानों ने सभी अटकलों एवं दुष्प्रचार पर विराम लगाते हुए गलवान वैली की एक फोटो जारी की है। इस फोटो में हमारे सैनिक पूर्वी लद्दाख के गलवान क्षेत्र में तिरंगा फहराते हुए देखे जा सकते है। इतना ही नहीं, चीन को जलाने के लिए भारतीय सैनिकों ने तिरंगे के साथ साथ तिब्बत का भी झंडा फहराया हुआ है।
प्रोपेगेंडा वॉर में माहिर है चीन।
5 मई 2020 को हुई हिंसक झड़प के बाद से चीन लगातार प्रोपेगेंडा वीडियो जारी कर भारत को उकसाने की कोशिश करता आया है। अभी हाल ही में चीन ने अरुणाचल प्रदेश के 15 स्थानों के नाम बदले थे जिस पर विपक्ष ने खूब बवाल काटा था।
चीन का तरीका ही यही है कि वह अपने प्रतिद्वंद्वियों पर दबाव बनाने की कोशिश करता है, ताकि सामने वाला गलती कर बैठे। भारतीय सेना व सरकार काफी हद तक इस बात को समझ गई है लेकिन विपक्ष बार-बार चीन के बहकावे में आ जाता है। या यूं कहें कि सरकार को घेरने के लिए हमारे देश का विपक्ष चीनी मीडिया की झूठी बातों को सच मान लेता है।
चीन ने अपनी सीमा के अंदर शूट की थी विडियो।
जिस वीडियो को दिखाकर चीन यह बताने की कोशिश कर रहा था कि गलवान पर उसका कब्जा है, असल में वह वीडियो चीनी सीमा के अंदर की ही थी। इस मौसम में लद्दाख के पूर्वी हिस्से में काफी बर्फबारी होती है लेकिन चीन की वीडियो में भूमी की सतह एकदम साफ थी। वहीं जिस फोटो को भारतीय सेना के द्वारा जारी किया है उसमें बर्फ देखी जा सकती है।