Taliban Comes in Support of Karnataka Hijab Row: ‘नया तालिबान’ जो अपने तथाकथित आधुनिक मूल्यों के लिए जाना जाता है, उसने हिजाब के प्रति भारतीय मुस्लिम लड़कियों के संघर्ष को सराहा है।
यह वही आधुनिक मूल्यों वाला नया तालिबान है जो:
- प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के बाद पत्रकारों को मारता है।
- औरतों को हिजाब और बुर्का पहनने को मजबूर करता है।
- औरतों को मर्दों की गैर-मौजूदगी में आने-जाने पर रोक लगाता है।
- लड़कियों को ओलंपिक व अन्य खेल नहीं खेलने देता क्योंकि उसमें छोटे कपड़े पहनने पडे़ंगे।
- जबरदस्ती घर में घुसकर लड़कियों का रेप करता है।
ऐसे आधुनिक मूल्यों वाले नए तालिबान(Taliban) के प्रवक्ता (Spokesperson) मौलवी इनामुल्लाह हबीबी समानगनी (Maulvi Inamullah Habibi Samangani) ने कर्नाटक (Karnataka) में हो रहे हिजाब (Hijab) के तथाकथित संघर्ष का समर्थन करते हुए ट्विटर पर लिखा कि, ‘हिजाब के लिए भारतीय मुस्लिम लड़कियों के संघर्ष से पता चलता है कि हिजाब एक अरबी, ईरानी, मिस्र या पाकिस्तानी संस्कृति नहीं, बल्कि एक इस्लामी मूल्य है। इन मूल्यों को बचाने के लिए दुनिया भर की मुस्लिम लड़कियां, विशेष रूप से धर्मनिरपेक्ष देशों की लड़कियां अनेक प्रकार के बलिदान देती हैं।’
यूनिफार्म के ऊपर हिजाब, बुर्का या भगवा गमछा पहनना क्यों गलत है?
यूनि (Uni) – एक
फार्म (Form) – रूप
विद्यालयों में यूनिफार्म का प्रयोग ही इसीलिए शुरू हुआ था ताकि सब एक जैसे लगें और किसी के साथ कोई भेद-भाव ना हो। अगर हर कोई अपने पसंद का वस्त्र यूनिफॉर्म के ऊपर पहनने लगेगा तो यूनिफार्म का महत्व ही खत्म हो जाएगा।
हाल ही में केरल सरकार ने SPC यूनिफार्म (Uniform) के ऊपर हिजाब (Hijab) पहनने की मांग खारिज कर दी थी। केरल सरकार का कहना था की यूनिफार्म के ऊपर हिजाब पहनने से अनुशासन और पंथ-निरपेक्षता पर सवाल उठेगा। इसके अलावा ऐसी एक मांग मानने से अन्य लोगों को भी बढ़ावा मिलेगा।
यूनिफॉर्म के ऊपर हिजाब की मांग को अस्वीकार करने पर केरल में इतना हंगामा नहीं हुआ था। कई मीडिया चैनलों ने तो इस बात का जिक्र तक नहीं किया। हालांकि कर्नाटक में भाजपा की सरकार है, इसलिए ‘सेक्यूलर’ ताकतों का हंगामा तो बनता है।