Sheikh Rasheed admits that Kasab was a Pakistani: हालांकि इस बात पर किसी को कोई शक नहीं रहा है कि 26/11 हमले का आरोपी कसाब पाकिस्तान का ही नागरिक था, लेकिन अब एक पाकिस्तानी मंत्री ने खुद यह बात कबूल ली है।
पाकिस्तान के आंतरिक सुरक्षा मंत्री शेख रशीद (Sheikh Rasheed) ने अपने एक वक्तव्य में यह दावा किया है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने 26/11 हमले के समय भारत की मदद की थी। जब शेख रशीद यह बयान दे रहें थे, तब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ठीक उनके सामने बैठे हुए थे।
सहबाज़ शरीफ (नवाज़ शरीफ के भाई) की पार्टी, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) पर हमला करते हुए शेख रशीद ने कहा कि अज़मल कसाब का पता इंडिया को इन्होंने (नवाज़ शरीफ) दिया। शेख राशिद इतने पर ही नहीं रुके, इसके बाद उन्होंने कहा की अगर उनकी यह बात गलत साबित होती है तो जो चोर को सजा दी जाती है, वो सजा उन्हें कबूल है।
26/11 हमला और अज़मल कसाब।
आपको बता दे कि भारत की गुप्तचर एजेंसियो ने पहले ही इस बात की पुष्टि कर दी थी कि अज़मल कसाब पाकिस्तान का नागरिक है और वह फरीदकोट का रहने वाला है। कसाब पानी के रास्ते भारत आया था और उसने 26 नवंबर 2008 को मुंबई के प्रमुख जगहों पर बम ब्लास्ट को अंजाम दिया था। ताज होटल, छत्रपति शिवजी टर्मिनस, द ओबेरॉय जैसे भीड़-भाड़ वाली जगहों पर इस घटना को अंजाम दिया गया था। इन बम धमाकों में 173 लोगों की जान चली गयी थी, वहीं 300 से ज्यादा लोग जख्मी हुए थे।
कसाब व उसके साथी पानी के रास्ते भारत आए थे। कसाब ने बम ब्लास्ट की घटना को अंजाम देते समय हिंदू धर्म के निशान (कलावा) पहने थे। इस घटना को भारत के ही कुछ राजनैतिक दलों ने भगवा आतंकवाद करार दया था। पाकिस्तान व भारत के कुछ राजनैतिक दल इस घटना का इल्जाम हिंदू संगठनों पर डालना चाहते थे, लेकिन सब इंस्पेक्टर श्री तुकाराम ओंबले जी की बहादुरी के कारण वह अपने मक़सद में कामयाब ना हो सकें। कसाब को जिंदा पकड़ने के लिए तुकाराम ओंबले जी ने अपनी जान कुर्बान कर दी थी।
पाकिस्तान में कभी भी हो सकता है तख्ता पलट।
इस समय पाकिस्तान में गंभीर राजनैतिक उथल-पुथल चल रही है। दरअसल प्रधानमंत्री के इमरान खान को हराने के लिए पूरा विपक्ष ही एकजुट हो गया है। विपक्षी दलों ने मिलकर पाकिस्तान की नेशनल असेंबली (Pakistan’s National Assemble) में इमरान सरकार (Imran’s Government) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव (No-Confidence Motion) पेश किया गया है। इस प्रस्ताव पर 31 मार्च यानी आज से चर्चा शुरू होनी है। कहा जा रहा है कि इमरान खान के पास बहुमत साबित करने के लिए उपयुक्त संख्या-बल नहीं है।
कयास लगाया जा रहा है कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के वरिष्ठ नेता व नवाज़ शरीफ के भाई सहबाज़ शरीफ अगले प्रधानमंत्री हो सकते हैं।