पश्चिम बंगाल राज्य के पूर्व बर्धमान ज़िले (East Burdwan District) के दुर्गापुर (Durgapur) से एक चौका देने वाली घटना सामने आई है। 26 वर्षीय शेर मोहम्मद शेख (Sher Md. Sheikh) ने अपनी बेगम रेनू खातून (Renu Khatun) का दाहिना हाथ काट दिया है।
क्या है मामला?
अक्टूबर 2017 में मोहम्मद शेख (Md. Sheikh) ने रेनू खातून (Renu Khatun) से निकाह किया था। मोहम्मद शेख खेतुग्राम में एक किराने की दुकान चलाता था।
निकाह के एक वर्ष बाद 2018 में रेनू खातून (Renu Khatun) ने नर्सिंग कोर्स में दाखिला ले लिया था। इस दौरान रेनू को दुर्गापुर के ही एक गैर सरकारी नर्सिंग होम में नौकरी मिल गई।
नर्सिंग कोर्स पूरा करने के बाद रेनू खातून (Renu Khatun) ने मोहम्मद शेख (Md. Sheikh) के विरुद्ध जाकर सरकारी नौकरी के लिए फार्म भर दिया। इसी वर्ष मई 28 को रेनू का नाम सरकारी नौकरी के इंटरव्यू के लिए लिस्ट पर आ गया। जिसके बाद दोनों के बीच बहस शुरू हो गई।
मोहम्मद शेख ने काटा रेनू खातून का हाथ।
केतुग्राम पुलिस (Ketugram Police) ने बताया कि रविवार की रात 1 बजे के आसपास मोहम्मद शेख (Md. Sheikh) ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर रेनू खातून (Renu Khatun) पर हमला कर दिया। जिस दौरान इस घटना को अंजाम दिया गया, उस समय रेनू गहरी नींद में सो रही थी।
पुलिस का कहना है कि पहले शेख व उसके दोनों साथियों ने रेनू का मुंह तकिए से दबा दिया ताकि वह शोर ना मचा पाए। इसके बाद उन लोगों ने रेनू का हाथ काट दिया।
आरोपी मोहम्मद शेख ही रेनू को अस्पताल ले गया।
इस घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मोहम्मद शेख ने ही रेनू को दुर्गापुर के एक अस्पताल में भर्ती करया था। रेनू को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद मोहम्मद शेख मौके से फरार हो गया। मोहम्मद शेख ने रेनू का कटा हुआ दाहिना हाथ घर पर ही छोड़ दिया था, इस कारण रेनू का हाथ वापस नहीं जोड़ा जा सका
केतुग्राम पुलिस का कहना है कि मोहम्मद शेख (Mohammad Sheikh) को ये डर था कि सरकारी नौकरी के कारण रेनू को दूसरे शहर में शिफ्ट होना पड़ेगा और इसीलिए वह रेनू को सरकारी नौकरी ना करने के लिए कह रहा था।
रेनू खातून के परिजनों ने भी लगाया आरोप।
रेनू के परिजनों का कहना है कि आए दिन शेख और उसके बीच नौकरी को लेकर बहस होती रहती थी। लड़की के भाई का कहना है कि मोहम्मद शेख ने रेनू का हाथ इसलिए काटा ताकि वो कभी अपने जीवन में वापस नर्सिंग का काम ना कर सके।
वहीं रेनू खातून (Renu Khatun) के पिता अज़िजुल हेक का कहना है कि नर्स बनना रेनू का सपना था और वह इसके माध्यम से समाज की सेवा करना चाहती थी। जब से उसका नाम सरकारी नौकरी के लिए आया था, तब से शेख उसे धमकी देने लगा था कि वह उसे ये नौकरी नहीं करने देगा।