Gurudwara Karte Parwan terrorist attack, Kabil: अफगानिस्तान के 100 से ज्यादा सिखों और हिंदुओं को भारत ने प्राथमिकता के आधार पर दिया ई-वीजा। India World by Parakram News - June 19, 2022June 19, 2022 Following the terrorist attackat Kabul’s Karte Parwan Gurudwara, Indian government has granted e-visas to over 100 Sikhs and Hindus in Afghanistan on priority: शनिवार को काबुल के दशमेश पिता गुरु गोविंद सिंह कर्ते परवान गुरूद्वारा में चार आतंकवादियों ने अटैक कर दिया था। इस अटैक को ISIS खुरासान नाम के आतंकवादी संगठन ने अंजाम दिया था। शनिवार सुबह लगभग 25-30 सिख और हिंदू धर्म के लोग सुखमनी साहिब (Morning Prayer) के लिए जुटे थे। तभी अचानक गुरूद्वारे के गेट के पास दो धमाके हुए और 4 हथियारबंद लोग गुरूद्वारे के अंदर घुस गए। चारों आतंकवादियों ने गुरूद्वारे में प्रवेश लेने के साथ ही अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी थी। आतंकवादियों द्वारा की गई फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई, वहीं 4 लोग जख्मी हो गए। मृतकों की पहचान अहमद (Ahmad) और सवींदर (Sawinder) के रूप में हुई है। अहमद काबुल का ही रहने वाला है और वह गुरूद्वारे में गार्ड के रूप में तैनात था, वहीं 60 वर्षीय सविंदर सिंह (Sawinder Singh) अफ्गानिस्तान के ग़ज़नी के रहने वाले हैं। सतिंदर का परिवार फिलहाल दिल्ली में रह रहा है। प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री ने आतंकवादी घटना की निंदा की। इस घटना की भारत सरकार ने कड़े शब्दों में निंदा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर निराशा व्यक्त करते हुए ट्वीट किया कि, ‘काबुल में करते परवान गुरुद्वारा पर कायरतापूर्ण आतंकी हमले से स्तब्ध हूं। मैं इस बर्बर हमले की निंदा करता हूं, और भक्तों की सुरक्षा और सकुशलता के लिए प्रार्थना करता हूं।’ विदेश मंत्री जयसंकर ने भी इस घटना की निंदा करते हुए लिखा कि, ‘गुरुद्वारा करते परवान पर हुए कायरतापूर्ण हमले की सभी को कड़े शब्दों में निंदा करनी चाहिए। हमले की खबर मिलने के बाद से हम घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहे हैं। हमारी पहली और सबसे महत्वपूर्ण चिंता समुदाय के कल्याण के लिए है।’ सिख और हिंदू लोगों के लिए जारी हुआ ई-वीजा। विश्वसनिय सुत्रों के हवाले से खबर मिली है कि इस आतंकवादी घटना के बाद केंद्र सरकार ने 100 से अधिक हिंदू और सिख समुदाय के लोगों के लिए वीजा जारी कर दिया है। आपको बता दें कि ISIS खुरासान शुरुआत से ही अफ्गानिस्तान में रह रहे हिंदू और सिख अल्पसंख्यकों को इस्लाम कबूल करने के लिए धमका रहा था। ISIS खुरासान का कहना है कि, ‘या तो हिंदू और सिख सुन्नी मुसलमान बनें या अफ्गानिस्तान छोड़ें।’ Support Parakram News