Congress Mukt UP Legislative Council: आज कांग्रेस मुक्त हो जाएगी उत्तर प्रदेश विधान परिषद; जानें कांग्रेसी विधान परिषद के आखिरी नेता, दीपक सिंह का राजनैतिक इतिहास। Editor Picks Politics by Satyam Tiwari - July 6, 2022July 6, 2022 Last day in UP Legislative Council for Congress’s Deepak Singh: देश की सबसे पुरानी राजनैतिक पार्टी, कांग्रेस का आलम आज यह है कि वह उत्तर प्रदेश जैसे महत्वपूर्ण राज्य में पतन के कागार पर है। 2022 विधानसभा चुनाव में मात्र 2 सीट जीतने वाली कांग्रेस आज उत्तर प्रदेश विधान परिषद मुक्त हो जाएगी। अब तक कांग्रेस के एकमात्र सदस्य दीपक सिंह (Deepak Singh) अपनी पार्टी का प्रतिनिधित्व उत्तर प्रदेश विधान परिषद (Uttar Pradesh Legislative Council) में कर रहे थे। हालांकि आज विधान भवन में उनका आखिरी दिन है, और इसी के साथ ही विधान परिषद अपने इतिहास में पहली बार कांग्रेस मुक्त होने जा रही है। कौन हैं दीपक सिंह? सेवई हेमगढ़, जिला अमेठी के शाही परिवार में जन्में दीपक सिंह (Deepak Singh) युवा अवस्था से ही राजनीति में दिलचस्पी लेने लगें थे। अवध विश्वविद्यालय, फैजाबाद से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह सक्रिय राजनीति में कूद पड़ें। स्नातक के दौरान भी वह कांग्रेस (Congress) से जुड़े हुए थे। वह कांग्रेस की स्टूडेंट विंग, NSUI के प्रभारी भी रह चुके हैं। दीपक सिंह दो बार (1995-2005) शाहगढ़ ब्लॉक, अमेठी से ब्लॉक प्रमुख चुने गए। 2002 में कांग्रेस ने उन्हें पार्टी सचीव के रूप में नियुक्त किया था, इसके अलावा वह 2012 से 2021 तक उत्तर प्रदेश कांग्रेस के महासचिव भी रहे। 10 जून 2016 को दीपक सिंह (Deepak Singh) उत्तर प्रदेश विधान परिषद (UP Legislative Council) के लिए चुने गए थे। उस दौरान भी कांग्रेस के पास उन्हें जिताने लायक संख्या बल नहीं था लेकिन दीपक सिंह को विपक्ष के नेताओं का भरपूर समर्थन मिला। हालांकि अब आने वाले काफी समय तक कांग्रेस के कोई भी प्रतिनिधि का उत्तर प्रदेश विधान परिषद तक पहुंच पाना काफी मुश्किल लग रहा है। उत्तर प्रदेश पर कांग्रेस को देना होगा ध्यान। उत्तर प्रदेश में कुल 80 लोकसभा सीटें हैं, ऐसे में राजनैतिक रूप से उत्तर प्रदेश का महत्व बहुत बढ़ जाता है। हिंदी भाषी राज्यों में मौजूद सभी छोटे-बड़े राजनैतिक दल अक्सर यहां अपनी मौजूदगी दर्ज कराने में लगे रहते हैं, लेकिन देश की सबसे पुरानी पार्टी, कांग्रेस धीरे-धीरे उत्तर प्रदेश में अपना वर्चस्व खोती जा रही है। अगर कांग्रेस पार्टी अभी भी नहीं संभली तो आने वाले लोकसभा चुनाव में उसे काफी निराशा झेलनी पड़ सकती है। Support Parakram News