उत्तर प्रदेश का बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway) बनकर तैयार हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (16 July) उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के कैथेरी गांव में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे।
आज हम आपको बेहद सरल शब्दों में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से जुड़ी कुछ खास बातों के बारे में बताएंगे, जिसे जानकर आप हैरान हो जाएंगे:
- बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे 7 जिलों (चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा) से होकर गुजरता है।
- 296 KM लंबा यह एक्सप्रेस-वे चार लेन का है, जिसे जरूरत पड़ने पर 6 लेन का भी किया जा सकता है। इसको बनाने में 14,850 करोड़ रुपए का खर्च आया है।
- ये एक्सप्रेस-वे 8 नदियों- बागेन, केन, श्यामा, चन्दावल, बिरमा, यमुना, बेतवा और सेंगर से होकर गुजरता है।
- बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे इटावा जिले में जाकर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के साथ मिल जाता है।
- बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे में 4 रेलवे ओवरब्रिज, 14 लंबे पुल, 6 टोल प्लाजा, 7 रैंप प्लाजा, 266 छोटे पुल और 18 फ्लाईओवर हैं।
- चित्रकूट से दिल्ली तक का सफर अब 7 से 8 घंटे में पूरा किया जा सकेगा।
- बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर 4 जन सुविधा केंद्र, 4 पेट्रोल पंप के अलावा 24 घंटे पुलिस पेट्रोलिंग और एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
- एक्सप्रेस-वे पर कोई पशु न आ पाए, इसके लिए दोनों तरफ कंटीली तार लगाया गया है।
- एक्सप्रेस-वे से सटे सातों जिलों में रहने वाले लोगों के लिए रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी।
- बांदा और जालौन जिलों में एक्सप्रेस-वे के पास औद्योगिक कॉरिडोर बनाया जाएगा। कॉरिडोर का काम काफी पहले से ही शुरू कर दिया गया था।