MP Home Minister Dr. Narottam Mishra instructs Raisen officias to costitute SIT for the investigation of Nishak Rathore’s death: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के रायसेन जिले (Raisen District) में निशांक राठौर (Nishank Rathore) नामक एक इंजीनियरिंग छात्र की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में रेलवे ट्रैक के पास मिली थी।
लाश मिलने से महज़ एक घंटे पहले निशांक के पिता को एक मैसेज आया था। जिसमें लिखा था- राठौर साहब आपका बेटा बहुत बहादुर था। इसके अलावा उस व्हाट्सएप मैसेज में यह भी लिखा था कि, ‘गुस्ताख ए नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा।’
पूरी रिपोर्ट पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
हालांकि निशांक राठौर (Nishank Rathore) के पार्थिव शरीर के पोस्टमार्टम में यह बात निकल कर सामने आई है कि उसकी मृत्यु ट्रेन से कटने के कारण हुई है। लेकिन पिता को आया हुआ मैसेज और निशांक के फेसबुक और इंस्टाग्राम आईडी पर ‘गुस्ताख ए नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा।’ की स्टोरी कहीं-न-कहीं हत्या की ओर भी इशारा कर रही है।
जांच के लिए बनेगी SIT
इस घटना के बाद से हिंदू संगठनों में काफी रोश है। निशांक के पिता उमा शंकर राठौर का भी मानना है कि वह आत्महत्या नहीं कर सकता। इसके अलावा ‘गुस्ताख ए नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा’ का मैसेज और पोस्ट ने मामले को और भी गंभीर बना दिया है। जिसे देखते हुए मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा (Dr. Narottam Mishra) ने SIT टीम बनाकर जांच कराने की बात की है।
मीडिया से बात करते हुए डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि, ‘प्रथम दृष्टया जांच में मामला आत्महत्या का लग रहा था। आज उसके (निशांक राठौर) मोबाइल की भी जांच हुई है।’
इसके बाद नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आज संगठन के कुछ लोग आकर उनसे मिले थे और वह रायसेन जिले के अधिकारियों को इस घटना की गहनता से जांच करने के लिए SIT बनाने का निर्देश देंगे।