Pakistan boycotts 44th Chess Olympiad: पाकिस्तान के 13 खिलाड़ी 44वें शतरंज ओलंपियाड में हिस्सा लेने के लिए भारत आए थे। हालांकि मशाल रिले को जम्मू-कश्मीर में घुमाए जाने के भारत के निर्णय पर पाकिस्तानी सेना प्रमुख बाजवा की धोती फट गई।
फटी हुई धोती के कारण शर्मशार हो चुके बाजवा ने तुरंत अपने 13 खिलाड़ियों को वापस बुलाने का निर्णय लिया। जैसे ही यह खबर पाकिस्तानी खिलाड़ियों को लगी तो वो फफक उठें।
पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने कहा कि हम इतनी जल्दी वापस पाकिस्तान नहीं जाना जाना चाहते। उनका कहना है कि दिवालिया हो चुके पाकिस्तान की स्थिति इतनी खराब चुकी है कि उन्हें यह भी नहीं याद कि उन्होंने नानवेज बिरयानी कब खाई थी। एक खिलाड़ी ने सिसकते हुए बताया कि नानवेज के नाम पर वो पिछले दो सालों से सिर्फ टिड्डियां ही खा रहे हैं, और वह भी सिर्फ बरसात के मौसम में ही नसीब होती है।
खिलाड़ियों के वापस जाते समय जब एयरपोर्ट पर उनके बैग की चेकिंग हुई तो सुरक्षाकर्मियों ने भारी मात्रा में होटल से चुराई हुई दाल, चावल, रोटी, व बिरयानी बरामद की। हालांकि उन खिलाड़ियों के मासूम चेहरों को देखकर सुरक्षाकर्मियों का दिल पसीज गया और उन्होंने पाकिस्तानी खिलाड़ियों को ये सब ले जाने की अनुमति दे दी। सुरक्षाकर्मियों की दरियादिली को देख खिलाड़ियों ने कहा कि अगले जनम मोहे भारतीय ही कीजो।
मीडिया से बात करते हुए होटल के मैनेजर ने बताया कि, ’13 पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने कुल 26 लाख के खाने का बिल बनाया है। उनके जाते ही कमोड की पाइप लाइन चोक कर गई थी, जिसको साफ कराने में पूरा एक दिन निकल गया।’
हमें विश्वस्नीय सुत्रों से यह पता लगा है कि पाकिस्तानी खिलाड़ी वापस जाते समय हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। इसके अलावा उन्होंने विदेश मंत्री से अनुरोध किया है कि वह पाकिस्तान के रास्ते अफ्गानिस्तान को खाद्य सुरक्षा सामग्री भेजते रहें ताकि पाकिस्तानियों का भी पेट भरता रहे। आपको बता दें कि तालिबान ने पाकिस्तान के ऊपर भारत द्वारा भेजी गई खाद्य पदार्थ में चोरी का इल्ज़ाम लगाया था।