62-year-old Ahmadi man, Naseer Ahmad stabbed to death by a Tehrik-e-Labbaik supporter in Rabwah, Pakistan: पाकिस्तान के रबवाह में एक अहमदी व्यक्ति की सरेआम चाकू गोदकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान 62 वर्षीय नसीर अहमद, वहीं हत्यारे की पहचान शहजाद रिजवी (Shahzad Rizwi) के रूप में हुई है।
क्या है पूरा मामला?
पाकिस्तान में घृणा हत्या बहुत आम बात है, और पिछले कुछ समय से यह लगातार बढ़ती ही जा रही है। पाकिस्तान में अहमदी और शिया समुदाय के लोगों पर लगातार अटैक होते ही रहते हैं। आज भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां तहरीक-ए-लब्बैक के समर्थक (Tehreek-e-Labbaik supporter) शहजाद रिजवी (Shahzad Rizwi) ने अहमदी (Ahmadi) व्यक्ति, नसीर अहमद (Naseer Ahmad) की सरेआम चाकू गोदकर हत्या (stabbed to death) कर दी।
बस स्टॉप पर शहजाद रिजवी ने नसीर अहमद की हत्या की।
अहमदी (Ahmadi) समुदाय से ताल्लुक रखने वाला नसीर अहमद पाकिस्तान (Pakistan) के रबवाह (Rabwah) में रहता था। जिस समय उसकी हत्या हुई, वह बस स्टैंड पर था।
तहरीक-ए-लब्बैक समर्थक शहजाद रिजवी नसीर अहमद के पास पहुंचा और उससे ‘लब्बैक या रसूल अल्लाह’ और ‘खादीम हुसैन रिजवी जिंदाबाद’ के नारे लगाने को कहा। जिसपर नसीर ने ऐसा करने से इनकार कर दिया।
नसीर अहमद के नारा लगाने से इनकार करते ही शहजाद रिजवी ने चाकू निकालकर एक-के-बाद-एक ताबड़तोड़ हमले करने शुरू कर दिए। जब तक आसपास के लोग मदद के लिए पहुंचते, तब तक बहुत देर हो गई थी।
लोगों ने हत्यारे को पकड़ा।
शहजाद रिजवी के वार से नसीर अहमद की मौके पर ही मृत्यु हो गई थी। हालांकि आसपास के लोगों ने हत्यारे शहजाद रिजवी को पकड़ लिया था।
जब लोग शहजाद रिजवी को पकड़कर ले जा रहे थे, तब उसने बिना किसी पश्चाताप के एक इस्लामी किताब का उर्दू में उद्धरण (Quote) किया। जिसका हिंदी अर्थ है: पैगंबर का अपमान करने वाले को मार डालो।