Govindgarh, Alwar: चोर समझकर चिरंजी सैनी को 20-25 लोगों ने पीटा; अस्पताल में मौत; पीटने वाले दूसरे समुदाय के थे इसलिए भारी पुलिस बल तैनात। India by Parakram News - August 16, 2022August 16, 2022 Mob of a particular community lynches a vegetable vendor, Chirangi Lal over suspicion of being a tractor thief: राजस्थान (Rajasthan) के अलवर (Alwar) के गोविंदगढ़ (Govindgarh) में चिरंजी सैनी (Chirangi Saini) नामक एक व्यक्ति को 20 से 25 युवकों ने पीट-पीट कर अदमरा कर दिया। जिसके बाद उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। मारने वाले व्यक्ति दूसरे समुदाय से ताल्लुक रखते थे जिसके कारण इलाके में भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। क्या है पूरा मामला? रविवार 14 अगस्त को रामबास (Rambas)निवासी चिरंजीलाल (Chirangi Lal) सुबह खुले में शौच करने गए थे। इसी दौरान पास के ही गांव से कुछ ट्रैक्टर चोर एक ट्रैक्टर को चोरी कर के ला रहे थे। बिजली घर के पास पहुंचते ही ट्रैक्टर चोरों को समझ में आया कि वह चारों तरफ से घिर चुके हैं। जिसके बाद पास के ही एक खेत में सभी चोर ट्रैक्टर छोड़कर वहां से भाग गए। चिरंजीलाल उसी खेत के पास नित्य कर्म कर रहे थे। मौके पर सदर थाना क्षेत्र की पुलिस के पहुंचने से पहले ही ट्रैक्टर के मालिक अपने कुछ साथियों के साथ वहां पहुंच गया। असल चोर तो वहां से भाग गए थे लेकिन चिरंजी सैनी को ट्रैक्टर के मालिक ने पकड़ लिया। जिसके बाद सभी ने मिलकर चिरंजी सैनी की बुरी तरीके से पिटाई कर दी। घायल चिरंजी लाल को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया। 20-25 लोगों द्वारा पिटाई किए जाने के कारण चिरंजी लाल बुरी तरह से जख्मी हो गए थे। जब पुलिस वहां पहुंची तो उन्होंने चिरंजी सैनी को बचाकर गांव के लिए एक अस्पताल में भर्ती करा दिया। जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें जयपुर रेफर कर दिया। जयपुर में इलाज के दौरान सोमवार शाम,15 अगस्त को चिरंजी सैनी (Chirangi Saini) जी की मृत्यु हो गई। चिरंजी सैनी के परिवार में कुल 11 लोग हैं और वह सब्जी का ठेला लगाकर सभी का गुजर-बसर करते थे। अपने साथी की मौत की खबर से गुस्साए सब्जी मंडी के लोगों ने 16 अगस्त को मार्केट बंद रखा। चिरंजी सैनी की मौत की खबर मिलते ही ग्रामीणों ने गोविंदगढ़ पुलिस थाने का घेराव कर लिया। सभी ने आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है। मंगलवार को जब चिरंजी सैनी का शव गोविंदगढ़ वापस आया तो ग्रामीणों व परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। परिजनों ने सरकार से 50 लाख रुपए मुआवजा व एक सरकारी नौकरी की डिमांड रखी है। Support us for more such informations