कर्नाटक में कुछ मुस्लिम छात्राएं कक्षा (Class) में हिजाब पहनने की मांग को लेकर कर्नाटक हाईकोर्ट के पास पहुंची थी। 5 फरवरी को इस मांग को ख़ारिज करते हुए कर्नाटक हाईकोर्ट ने कहा था कि, 'मुस्लिम महिलाओं द्वारा हिजाब पहनना इस्लामी आस्था में आवश्यक धार्मिक अभ्यास का हिस्सा नहीं है व शैक्षणिक संस्थानों द्वारा निर्धारित यूनिफॉर्म पर छात्र आपत्ति नहीं कर सकते।' इस मामले ने अब फिर से तूल पकड़ना शुरू कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने कर्नाटक हिजाब मामले को एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट के समक्ष उठाया है। प्रशांत भूषण ने CJI एनवी रमना के समक्ष कर्नाटक हाईकोर्ट के खिलाफ अपील का उल्लेख किया जिसमें शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध हटाने से इनकार कर
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Congress Mukt UP Legislative Council: आज कांग्रेस मुक्त हो जाएगी उत्तर प्रदेश विधान परिषद; जानें कांग्रेसी विधान परिषद के आखिरी नेता, दीपक सिंह का राजनैतिक इतिहास।
Last day in UP Legislative Council for Congress's Deepak Singh: देश की सबसे पुरानी राजनैतिक पार्टी, कांग्रेस का आलम आज यह है कि वह उत्तर प्रदेश जैसे महत्वपूर्ण राज्य में पतन के कागार पर है। 2022 विधानसभा चुनाव में मात्र 2 सीट जीतने वाली कांग्रेस आज उत्तर प्रदेश विधान परिषद मुक्त हो जाएगी। अब तक कांग्रेस के एकमात्र सदस्य दीपक सिंह (Deepak Singh) अपनी पार्टी का प्रतिनिधित्व उत्तर प्रदेश विधान परिषद (Uttar Pradesh Legislative Council) में कर रहे थे। हालांकि आज विधान भवन में उनका आखिरी दिन है, और इसी के साथ ही विधान परिषद अपने इतिहास में पहली बार कांग्रेस मुक्त होने जा रही है। कौन हैं दीपक सिंह? सेवई हेमगढ़, जिला अमेठी के शाही परिवार में जन्में दीपक सिंह (Deepak Singh)
इस देश के न्यायाधीश व न्यायालयों से एक हिंदू के कुछ प्रश्न; अगर हिम्मत और नैतिकता बची है तो जवाब जरूर दीजियेगा।
धर्म संसद में दी जाने वाली हेट स्पीच का आप स्वतः संज्ञान ले लेते हैं तो मौलाना तौकीर रज़ा द्वारा लगातार दिए गए भड़काऊ भाषणों पर चुप्पी क्यों? अगर नुपुर शर्मा के बयान के कारण उदयपुर में कन्हैया लाल जी की हत्या हुई है तो उस्मान रहमानी, जिसने हमारे महादेव पर विवादित टिप्पणी की और नुपुर को भड़काया, उसकी जवाबदेही अब तक तय नहीं हुई, ऐसा क्यों? ओवैसी का छोटा भाई, अकबरुद्दीन ओवैसी जिसने हमारी देवी माता सीता पर अभद्र टिप्पणी की, वो बाइज्जत बरी क्यों? इस देश में हिंदू देवी-देवताओं का मज़ाक बनाने वाले व्यक्ति को हमारा न्यायतंत्र 24 घंटे के अंदर बरी (रतन लाल) कर देता है तो गुस्ताख़-ए-नबी की एक ही सज़ा क्यों? अगर नबी के बारे में बोलना गुस्ताखी है
Apartheid Bollywood: बॉलीवुड में कूट-कूट कर भरा है रंगभेद; ‘शाबाश मिट्ठू’ इसका नया उदाहरण।
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री यानी बॉलीवुड। वही बाॅलीवुड जिसके दिग्गज कलाकार अक्सर आपको ज्ञान कि बातें करते दिखाई दे देंगे। ये अभिनेता राजनीति से लेकर रंगभेद तक, देश-दुनियां में हो रही हर छोटी-बड़ी घटना पर बड़ी प्रखरता से अपना पक्ष रखते हैं। कई बार इनके वक्तव्य सुनकर ऐसा लगता है मानो इनसे बड़ा ज्ञानी आज-तक दुनिया में पैदा ही नहीं हुआ। हालांकि आप अगर बाॅलीवुड वालों की 'कथनी' और 'करनी' को थोड़ा करीब से देखेंगे तो आपको इसमें 'ज़मीन' और 'आसमान' जितना अंतर दिखाई देगा। आज हम अपनी कलम से आपके लिए बॉलीवुड की तीन फिल्मों का विश्लेषण करेंगे। यह विश्लेषण बॉलीवुड की रंगभेद वाली प्रवृत्ति को आपके समक्ष उजागर करेगा। ये तीनों फिल्में कुछ इस प्रकार हैं: शाबाश मिट्ठू (क्रिकेटर मिताली राज पर बनी
Agnipath Scheme: जानें अग्निपथ योजना में केंद्र सरकार ने क्या-क्या बदलाव किए हैं। बदलाव के बाद छात्रों को ये लाभ मिलेंगे….
Changes made by centre government for Agniveers: अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) लागू करने के बाद से ही भारत में इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था। हिंदी भाषी राज्यों में यह विरोध प्रदर्शन समय के साथ-साथ काफी हिंसक भी हो गया। बिहार और उत्तर प्रदेश में तो कई जगह कुछ उपद्रवियों ने ट्रेन तक फूंक डाली। अग्निपथ योजना के तहत केंद्र सरकार ने सेना की भर्ती में कुछ बड़े बदलाव किए थे। इस नयी योजना के तहत केंद्र सरकार हर 6 महीने पर 45,000-50,000 लोगों को सेना में भर्ती होने का मौका देगी। इन लोगों को अग्निवीर कहा जाएगा और इनकी सेना में सेवा प्रदान करने की अवधि चार साल की होगी। चार साल के बाद 25 प्रतिशत लोगों को
पिछले 3 वर्षों में घटा खिलौनों का आयात: प्रधानमंत्री मोदी ने खिलौना जगत में आत्मनिर्भर बनने का किया था आह्वान।
Toy import fell in last 3 years in India: विगत 3 वर्षों में भारत में आयात (Import) होने वाले खिलौनों (toys) में काफी कमी देखने को मिली है। इस बात की जानकारी वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने सदन में लिखित रूप से दी है। राज्य मंत्री सोम प्रकाश जी ने अपने लिखित जवाब में बताया कि छोटे व बड़े आकार के खिलौने व इसी तरह के अन्य मनोरंजक खिलौनों के मॉडल का आयात वित्त वर्ष 2021 में 53.58% घटकर 129.63 मिलियन डॉलर हो गया। वहीं वीडियो गेम कंसोल व मशीनें, फनफेयर, टेबल या पार्लर गेम्स का आयत वित्त वर्ष 2021 में 21.21% घटकर 38.12 मिलियन डॉलर हो गया। इसके अलावा त्योहार, कार्निवाल व इसी तरह के अन्य मनोरंजन के