इस देश के न्यायाधीश व न्यायालयों से एक हिंदू के कुछ प्रश्न; अगर हिम्मत और नैतिकता बची है तो जवाब जरूर दीजियेगा। Editor Picks Opinions by Parakram News - July 1, 2022July 1, 2022 धर्म संसद में दी जाने वाली हेट स्पीच का आप स्वतः संज्ञान ले लेते हैं तो मौलाना तौकीर रज़ा द्वारा लगातार दिए गए भड़काऊ भाषणों पर चुप्पी क्यों? अगर नुपुर शर्मा के बयान के कारण उदयपुर में कन्हैया लाल जी की हत्या हुई है तो उस्मान रहमानी, जिसने हमारे महादेव पर विवादित टिप्पणी की और नुपुर को भड़काया, उसकी जवाबदेही अब तक तय नहीं हुई, ऐसा क्यों? ओवैसी का छोटा भाई, अकबरुद्दीन ओवैसी जिसने हमारी देवी माता सीता पर अभद्र टिप्पणी की, वो बाइज्जत बरी क्यों? इस देश में हिंदू देवी-देवताओं का मज़ाक बनाने वाले व्यक्ति को हमारा न्यायतंत्र 24 घंटे के अंदर बरी (रतन लाल) कर देता है तो गुस्ताख़-ए-नबी की एक ही सज़ा क्यों? अगर नबी के बारे में बोलना गुस्ताखी है
Apartheid Bollywood: बॉलीवुड में कूट-कूट कर भरा है रंगभेद; ‘शाबाश मिट्ठू’ इसका नया उदाहरण। Editor Picks Opinions by Satyam Tiwari - June 20, 2022June 22, 2022 हिंदी फिल्म इंडस्ट्री यानी बॉलीवुड। वही बाॅलीवुड जिसके दिग्गज कलाकार अक्सर आपको ज्ञान कि बातें करते दिखाई दे देंगे। ये अभिनेता राजनीति से लेकर रंगभेद तक, देश-दुनियां में हो रही हर छोटी-बड़ी घटना पर बड़ी प्रखरता से अपना पक्ष रखते हैं। कई बार इनके वक्तव्य सुनकर ऐसा लगता है मानो इनसे बड़ा ज्ञानी आज-तक दुनिया में पैदा ही नहीं हुआ। हालांकि आप अगर बाॅलीवुड वालों की 'कथनी' और 'करनी' को थोड़ा करीब से देखेंगे तो आपको इसमें 'ज़मीन' और 'आसमान' जितना अंतर दिखाई देगा। आज हम अपनी कलम से आपके लिए बॉलीवुड की तीन फिल्मों का विश्लेषण करेंगे। यह विश्लेषण बॉलीवुड की रंगभेद वाली प्रवृत्ति को आपके समक्ष उजागर करेगा। ये तीनों फिल्में कुछ इस प्रकार हैं: शाबाश मिट्ठू (क्रिकेटर मिताली राज पर बनी
Agnipath Scheme: जानें अग्निपथ योजना में केंद्र सरकार ने क्या-क्या बदलाव किए हैं। बदलाव के बाद छात्रों को ये लाभ मिलेंगे…. Editor Picks India by Parakram News - June 19, 2022June 19, 2022 Changes made by centre government for Agniveers: अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) लागू करने के बाद से ही भारत में इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था। हिंदी भाषी राज्यों में यह विरोध प्रदर्शन समय के साथ-साथ काफी हिंसक भी हो गया। बिहार और उत्तर प्रदेश में तो कई जगह कुछ उपद्रवियों ने ट्रेन तक फूंक डाली। अग्निपथ योजना के तहत केंद्र सरकार ने सेना की भर्ती में कुछ बड़े बदलाव किए थे। इस नयी योजना के तहत केंद्र सरकार हर 6 महीने पर 45,000-50,000 लोगों को सेना में भर्ती होने का मौका देगी। इन लोगों को अग्निवीर कहा जाएगा और इनकी सेना में सेवा प्रदान करने की अवधि चार साल की होगी। चार साल के बाद 25 प्रतिशत लोगों को